आरसीएम का 100 दिवसीय राष्ट्रव्यापी ‘रूपांतरण यात्रा’
जमीनी स्तर पर जन-आधारित उद्यमिता के 25 वर्ष पूर्ण
भारत की अग्रणी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी आरसीएम ने अपनी 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर 100 दिवसीय राष्ट्रव्यापी रूपांतरण यात्रा की शुभारंभ करने जा रही है। यह 17,000 किलोमीटर लंबी यात्रा देशभर के गाँवों और शहरों से होकर गुजऱेगी और 25 भव्य आयोजनों के माध्यम से स्वास्थ्य, सेवा और संस्कार का संदेश फैलाएगी।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह यात्रा डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉइड और कोलेस्ट्रॉल जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाएगी और ऐसे उत्पादों को बढ़ावा देगी जो इन्हें रोकने में सहायक हैं। सेवा के क्षेत्र में यह यात्रा समाज के विभिन्न वर्गों को स्वावलंबन और उद्यमिता से जोडक़र सशक्त बनाते हुए उन्हें राष्ट्र, समाज और पर्यावरण की सेवा के लिए प्रेरित करेगी।
संस्कार के क्षेत्र में यह यात्रा लोगों को नैतिकता और मूल्यों पर आधारित जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
साल 2000 में एकमात्र टेक्सटाइल उत्पाद से शुरू होकर आज आरसीएम 400 से अधिक उत्पादों के साथ 2,400 करोड़ रुपये के उद्यम में विकसित हो चुकी है, जिसे 20 लाख से अधिक सक्रिय एसोसिएट बायर्स का सहयोग प्राप्त है। इसका वितरण नेटवर्क आज 10,000 से ज़्यादा स्टोर्स के साथ मजबूती से खड़ा हैं। इस कंपनी ने यह उपलब्धि बिना किसी वेंचर कैपिटल या बाहरी निवेश के, केवल अपने एसोसिएट्स बायर्स और उपभोक्ताओं के विश्वास व समर्थन से हासिल की है।
यात्रा के दौरान, आरसीएम के 25 वर्षों के जश्न के तहत, भीलवाड़ा, सूरत, कोच्चि, गुवाहाटी, पटना और दिल्ली में छह विशेष सिल्वर जुबली सेलिब्रेशन आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक शहर में प्रसिद्ध हस्तियाँ कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगी और रूपांतरण यात्रा के संदेश को अपनी आवाज़ देंगी। इनमें प्रसिद्ध अभिनेता और कवि आशुतोष राणा; सम्मानित अभिनेता, पद्मश्री मनोज जोशी; राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, आशीष विद्यार्थी; अर्जुन पुरस्कार विजेता, पूर्व भारतीय फुटबालर, पद्मश्री भाईचुंग भूटिया; भोजपुरी अभिनेता और सांसद रवि किशन; और प्रसिद्ध अभिनेता, पद्मविभूषण अनुपम खेर शामिल रहेंगे। इसके साथ ही जीवनशैली पर आधारित कार्यशालाएँ, महिला उद्यमिता सत्र, स्वास्थ्य जागरूकता शिविर और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी यात्रा के दौरान आयोजित किए जाएँगे।
यात्रा का मुख्य आकर्षण विशेष रूप से तैयार किया गया आरसीएम होगा, जो भारत की एकता और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक के रूप में गहरे नीले रंग में सुसज्जित होगा। दोनों ओर सुनहरे-नारंगी और नीले रंग में बने भव्य मोर आकृतियाँ, भारत के मानचित्र और अन्य कलाकृतियों के साथ अंकित होंगी। रथ पर लिखा होगा, गाँव-गाँव, शहर-शहर, आरसीएम की चली लहर।
आरसीएम के चेयरमैन तिलोक चंद छाबड़ा के अनुसार - यह यात्रा सिर्फ 25 वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव नहीं, बल्कि भविष्य का रोडमैप भी है। हमारा सपना है कि हर भारतीय स्वस्थ, आत्मनिर्भर और मूल्यों से परिपूर्ण जीवन जिए।
एमडी डायरेक्टर सौरभ छाबड़ा के अनुसार यह यात्रा देशभर के युवाओं, महिलाओं और नागरिकों को उनका जीवन बदलने का अवसर देगी। उन्होंने जोड़ कि आरसीएम केवल एक व्यापार नहीं, बल्कि एक जन-अभियान है।
सीईओ मनोज कुमार के अनुसार - एफएमसीजी और स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रॉडक्ट से लेकर फैशन और लाइफस्टाइल तक, आरसीएम के प्रॉडक्ट्स गर्व से ‘मेड इन इंडिया’ है और उच्च मानकों का पालन करते हुए बनाए जाते है। रूपांतरण यात्रा के माध्यम से हम करोड़ों लोगों तक पहुँच कर उन्हें सशक्त बनाना चाहते हैं, व आरसीएम द्वारा पहले से बनाए गए सकारात्मक प्रभाव को और आगे बढ़ाते हुए स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान देना चाहते हैं।
रूपांतरण यात्रा के दौरान आरसीएम सेवा के तहत होने वाली आरसीएम की सामाजिक पहलों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। आरसीएम सेवा के अंतर्गत 30,000 से अधिक रक्तदाताओं का नेटवर्क तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, नशामुक्ति कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्तर पर मासिक धर्म स्वच्छता अभियान भी आयोजित किए गए हैं।