रक्तदान सम्बन्धी उपयोगी जानकारी फेसबुक लाइव पर संपन्न
- 2 घंटे में 6000 से अधिक लोगों ने लाभ लिया -
रायपुर - नवदृष्टि फाउंडेशन व छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन के सयुंक्त तत्वाधान में डॉ मनोज लांजेवार ने फेसबुक लाइव पर लोगों से जुड़े व् रक्तदान से सम्बन्धी उपयोगी जानकारी दी । लगभग दो घंटे चले कार्यक्रम का पूरे प्रदेश से 6000 से अधिक लोगों ने लाभ लिया । डॉ लांजेवार ने बहुत ही सरल भाषा में लोगों के उत्तर दिए व रक्तदान को सबसे उत्तम योग बताया। डॉ लांजेवार ने रक्तदान को आध्यात्म से जोड़ कर भी भगवान बुद्ध, नानक, महावीर के उदाहरण द्वारा लोगों को रक्तदान हेतु प्रेरित किया व कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है।
डॉ लांजेवार ने नवदृष्टि फाउंडेशन व छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन को रक्तदान हेतु लोगों को जागरूक करने साधुवाद दिया साथ ही अगले जन्म में भी ब्लड बैंक के माध्यम से लोगों की सेवा करने की इच्छा जाहिर की ।
कार्यक्रम में अनिल बल्लेवार, राज आढ़तिया, कुलवंत भाटिया, योगेश राठी, विवेक साहू, कमलेश राजा व चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रजनीश जायसवाल ने अपने विचार रखे ।
डॉ मनोज लांजेवार ने लोगों के प्रश्नों के उत्तर दिए क्रमवार दिये । मसलन, जिसकी उम्र 18 वर्ष व वजन 45 किलो हो वह रक्तदान कर सकता है। पुरुष हर तीन माह व स्त्री हर चार माह में रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है व उनका स्वास्थ भी दुरस्त रहता है। रक्तदान करने से ह्रदय संबंधी रोग, बीपी, शुगर, अवसाद एवं अन्य बहुत सी बीमारियों की संभावना कम होती है। नई गाइड लाइन के अनुसार अब विदेश से आया कोई भी व्यक्ति तीन साल भारत में रक्तदान नहीं कर सकता।
डॉ मनोज लांजेवार ने लोगों के प्रश्नों के उत्तर दिए क्रमवार दिये । मसलन, जिसकी उम्र 18 वर्ष व वजन 45 किलो हो वह रक्तदान कर सकता है। पुरुष हर तीन माह व स्त्री हर चार माह में रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है व उनका स्वास्थ भी दुरस्त रहता है। रक्तदान करने से ह्रदय संबंधी रोग, बीपी, शुगर, अवसाद एवं अन्य बहुत सी बीमारियों की संभावना कम होती है। नई गाइड लाइन के अनुसार अब विदेश से आया कोई भी व्यक्ति तीन साल भारत में रक्तदान नहीं कर सकता।
कौन रक्तदान नहीं कर सकता - ऐसा वयक्ति जो इंसुलिन लेता हो या खून पतला करने की दवा लेता हो । माहवारी के दौरान महिला व स्तनपान करवा रही महिला या जिसे कोई भी संक्रामक बीमारी हो वह रक्तदान नहीं कर सकता। इसके अलावा डॉ लांजेवार ने प्लाज्मा व प्लेटरेट, सिकलिंग व अन्य विषयों पर विस्तृत जानकारी दी।
डॉ लांजेवार ने ब्लड ग्रुप के प्रकार एवं कौन सा ग्रुप किसे दिया जाता है यह भी जानकारी दी। उन्होंने आगे बताया कि सबसे रेयर ग्रुप बॉम्बे ग्रुप के लोगों को अब छत्तीसगढ़ में भी रक्तदान किया गया है। ब्लड बैंक रक्त का कोई भी पैसा नहीं वसूलते केवल जाँच व प्रोसेसिंग फीस ली जाती है जो न्यूनतम होती है।
डॉ लांजेवार ने कुछ सुझाव भी दिए - जैसे कि, लोगों को अपने आई डी प्रूफ पर अपना ब्लड ग्रुप भी लिखना चाहिए। स्वीटजरलेंड में लोग सबसे अधिक रक्तदान करते हैं। छत्तीसगढ़ में प्लाज्मा बैंक बनना चाहिए। बच्चों को नैतिक शिक्षा देनी चाहिए। कोरोना से बचाव हेतु घर के बाहर हाथ धोएं। मास्क जरूर लगाएं। सरकारी निर्देषों का पालन करें। बिना काम घर से न निकलना भी देश भक्ति ही है। योग्य नागरिक वेक्सीन जरूर लें एवं साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें एवं दूसरे को भी प्रेरित करें ।
योगेश राठी ने जानकारी दी यह पूरा वीडियो नवदृष्टि फाउंडेशन के फेसबुक पेज पर देखा जा सकता है ।
अधिक जानकारी के लिये संपर्क करें
विवेक साहू, मोबाईल - 82691 50260
विवेक साहू, मोबाईल - 82691 50260