ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार के परफॉर्म, अचीव एंड ट्रेड (पीएटी) साइकिल-2 में वेदांता एल्युमीनियम का दिखा दबदबा
· एल्युमीनियम स्मेल्टर्स की श्रेणी में बाल्को को मिले सबसे ज्यादा एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट (ईएससर्ट्स), दूसरे स्थान पर रही वेदांता झारसुगुड़ा
· भारत में एलुमिना रिफाइनरी के मामले में वेदांता लांजीगढ़ को मिले सबसे ज्यादा ईएससर्ट्स
रायपुर/नई दिल्ली, 28सितंबर, 2021 : भारत में एल्युमीनियम और वैल्यू एडेड उत्पादों की सबसे बड़ी उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस ने भारतीय एल्युमीनियम उद्योग में परफॉर्म, अचीव एंड ट्रेड (पीएटी) साइकिल-2 में शीर्ष स्थान हासिल किया है। परफॉर्म, अचीव एंड ट्रेड (पीएटी) स्कीम भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा संचालित एक नियामकीय प्रक्रिया है, जिसका लक्ष्य सघन ऊर्जा उपयोग वाले उद्योगों में ऊर्जा के उपभोग को कम करना है। यह बाजार आधारित व्यवस्था से संबद्ध है, जिसमें अतिरिक्त ऊर्जा बचत के लिए सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। इसे बेचते हुए लागत को कम किया जा सकता है।
भारत में एल्युमीनियम स्मेल्टर्स की श्रेणी में वेदांता की अनुषंगी बाल्को ने सबसे ज्यादा एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट लेते हुए सर्वोच्च स्थान हासिल किया। वेदांता झारसुगुड़ा का स्मेल्टर-1 दूसरे स्थान पर रहा। वेदांता की लांजीगढ़ स्थित एलुमिना रिफाइनरी ने एलुमिना उत्पादकों की श्रेणी में सर्वोच्च स्थान हासिल किया। एलुमिना रिफाइनरी ऐसा प्लांट है, जहां बॉक्साइट को एल्युमीनियम ऑक्साइड या एलुमिना में ढाला जाता है। वहीं, एल्युमीनियम स्मेल्टर ऐसा संयंत्र होता है, जहां एलुमिना से एल्युमीनियम उत्पादन किया जाता है। ये उपलब्धियां कारोबार एवं पर्यावरण अनुकूलता के लिए ऊर्जा संरक्षण की दिशा में वेदांता एल्युमीनियम के मजबूत प्रयासों का प्रमाण हैं।
ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में वेदांता की उपलब्धियों पर वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस के सीईओ श्री राहुल शर्मा ने कहा, ‘भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक के तौर पर हमारा लक्ष्य पर्यावरण, समाज एवं प्रशासन (ईएसजी) समेत कारोबार के सभी पहलुओं में सर्वश्रेष्ठ होना है। ऊर्जा संरक्षण को सर्वोच्च स्तर पर ले जाना और कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम करना हमारे सस्टेनेबल डेवलपमेंट एजेंडा के दो अहम स्तंभ हैं। संसाधनों के न्यायसंगत उपयोग, ऊर्जा-दक्ष परिचालन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने के तीन बिंदुओं पर केंद्रित रणनीति ने एनर्जी सस्टेनेबिलिटी एवं जलवायु परिवर्तन की दिशा में हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमारी मदद की है। इस दिशा में हमने ऊर्जा एवं संसाधन प्रबंधन में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को अपनाया है और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए नवीनतम समाधानों का प्रयोग किया है।’
एनर्जी मैनेजमेंट वेदांता एल्युमीनियम के क्लाइमेट एक्शन रोडमैप के केंद्र में है और संसाधनों एवं प्रक्रियाओं की सर्वोच्च परिचालन दक्षता प्राप्त करने की दिशा में समर्पित प्रयासों के तहत इसका समाधान तलाशा जाता है।इसमें उत्पादन प्रक्रियाओं में विशेष ऊर्जा प्रयोगों को बेहतर करने के लिए प्रभावी पहल करना और लंबी अवधि को ध्यान में रखते हुए कम कार्बन उत्सर्जन वाले ऊर्जा स्रोतों के प्रयोग पर फोकस करना शामिल है।
लांजीगढ़ में पावर प्लांट के लिए परिचालन एवं रखरखाव की सहयोगी आईजीएसईसी हेवी इंजीनियरिंग लिमिटेड के साइट इन-चार्ज श्री प्रफुल्ल बेहरा ने कहा, ‘हमारी इंजीनियरिंग एवं इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के साथ हम ऊर्जा दक्षता एवं सतत ऊर्जा स्रोतों के प्रयोग के लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में वेदांता के सााथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमें गर्व है कि ऊर्जा संरक्षण एवं अपनी विश्वस्तरीय रिफाइनरी परिचालन में ऊर्जा के बेहतर प्रयोग के मामले में अग्रणी बनने के वेदांता के इस सफर में हम अहम भूमिका निभा रहे हैं।’
भारतीय मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में वेदांता एलुमिना रिफाइनरी, एल्युमीनियम स्मेल्टर्स एवं पावर प्लांट ऊर्जा प्रबंधन में आगे रहे हैं। कुछ अहम पहल एवं तथ्य :
·
अपने झारसुगुड़ा स्थित एल्युमीनियम स्मेल्टर के लिए 35.4 करोड़ यूनिट सोलर एवं नॉन-सोलर अक्षय ऊर्जा की खरीद के साथ वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही के दौरान वेदांता एल्युमीनियम भारत की सबसे बड़ी ग्रीन पावर परचेजर रही।
· वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस ने 2012 के आधार वर्ष की तुलना में जीएचजी उत्सर्जन को 21 प्रतिशत तक कम किया है और 2025 तक इसे इस आधार वर्ष की तुलना में 24 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य है।
· सभी बिजनेस यूनिट में जलवायु संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदमों से वित्त वर्ष 20-21 में 14 लाख गीगा जूल ऊर्जा संरक्षण और 3.2 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड के बराबर जीएचजी संरक्षण संभव हुआ है।
· झारसुगुड़ा में वेदांता का एल्युमीनियम स्मेल्टर भारत का पहला और दुनिया का तीसरा ऐसा स्मेल्टर है, जहां डिजिटल स्मेल्टर सॉल्यूशन है, जिसमें डिजिटल ट्विन टेक्नोलॉजी, प्रेडिक्टिव एवं प्रिस्क्रिप्टिव एनालिटिक्स का प्रयोग करते हुए ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित की जाती है।
· झारसुगुड़ा स्मेल्टर को 2013 से एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम के लिए आईएसओ 50001 सर्टिफिकेट मिला हुआ है और यह एशिया का ऐसा पहला एल्युमीनियम स्मेल्टर है।
· छत्तीसगढ़ में वेदांता की अनुषंगी कंपनी भारत एल्युमीनियम कंपनी (बाल्को) ने 2020 में अपने पॉटलाइन-1 में न्यूनतम स्पेशिफिक पावर कंजम्प्शन का स्तर हासिल किया थाऔर भारत एवं खाड़ी देशों के एल्युमीनियम स्मेल्टर्स के लिए एक मानक स्थापित किया था। पॉटलाइन किसी स्मेल्टर में बनी लंबी बिल्डिंग या कई बिल्डिंग का समूह होता है, जिसमें कई पॉट या बड़े इलेक्ट्रोलिटिक सेल होते हैं, जहां एल्युमीनियम की स्मेल्टिंग की प्रक्रिया पूरी होती है।
· पिछले पांच साल में वेदांता लांजीगढ़ का स्पेशिफिक एनर्जी कंजम्प्शन 23 प्रतिशत से अधिक कम हुआ है, जिससे यह देश की सर्वाधिक ईंधन दक्ष रिफाइनरी बन गई है।
· वेदांता का कार्बन फोरम कार्बन उत्सर्जन कम करने के कंपनी के प्रयासों को क्रियान्वित करने की दिशा में सक्रियता से कम कर रहा है।
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक है। वित्त वर्ष 2020-21 में 19.6 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमीनियम का लगभग आधा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य वर्धित एल्युमीनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। देशभर में अपने विश्वस्तरीय स्मेल्टर्स, एलुमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ
कंपनी एक हरित कल के लिए विभिन्न कार्यों में एल्युमीनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे 'मेटल ऑफ द फ्यूचर' के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।
ज्यादा जानकारी के लिए कृपया लॉगऑन करें https://vedantaaluminium.com/
Above Business Release Sourced by Citiesbazar through VISHALMEDIA (P.R.Agency), Mobile 098266-23100, Email- pr@vishalmedia.com
For Article posting in National Cities Bazar at www.ncbindia.page pl email details at info@citiesbazar.com , for english article will be posting at www.citiesbazar.com