Vedanta Aluminum- वेदांता एल्युमीनियम ने कार्यबल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया एक्सटेंडेड रियलिटी एक्सपीरियंस जोन

 वेदांता एल्युमीनियम ने कार्यबल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया एक्सटेंडेड रियलिटी एक्सपीरियंस जोन

 

वर्ल्ड डे फॉर हेल्थ एंड सेफ्टी एट वर्क के मौके सुरक्षा को लेकर दोहराई प्रतिबद्धता

 

27 अप्रैल, 2022: भारत में एल्युमीनियम की सबसे बड़ी उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम ने अपने कर्मचारियों और पार्टनर्स को सुरक्षा से संबंधित ट्रेनिंग देने के लिए एक एक्सटेंडेड रियलिटी (एक्सआर) एक्सपीरियंस जोन तैयार किया है। इस जोन को बनाने में वर्चुअल रियलिटी (वीआर)ऑग्मेंटेड रियलिटी (एआर) और मिक्स्ड रियलिटी (एमआर) टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया हैजिससे सिमुलेशन बेस्ड ट्रेनिंग संभव हो पाती है। इससे कार्यबल के लिए सुरक्षा से जुड़े कदमों को सीखने का शानदार अनुभव सुनिश्चित होता है।

महामारी के दौर में दुनियाभर में टेक्नोलॉजी को अपनाने की गति तेज हुई है। इस परिस्थिति में वेदांता एल्युमीनियम ने डिजिटल सॉल्यूशनइंटेलीजेंट ऑटोमेशन और इन-हाउस इनोवेशन को अपनाते हुए अपने काम-काज के तरीके में बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाया है। इससे मैन्यूफैक्चरिंग एक्सीलेंस की दिशा में कंपनी आगे बढ़ी है और कार्यबल की सुरक्षा का दायरा बढ़ा है।



सुरक्षा के लिए वेदांता एल्युमीनियम द्वारा एडवांस्ड टेक्नोलॉजी अपनाने के उदाहरण:

·         डीप लर्निंग एल्गोरिदम और शानदार मॉडलिंग तकनीक की मदद से वेदांता के स्मेल्टर एवं पावर प्लांट में एडवांस्ड एसेट परफॉर्मेंस मैनेजमेंट संभव होता है

·         प्रिडिक्टिव और प्रिस्क्रिप्टिव मैंटेनेंस के लिए डिजिटल ट्विन टेक्नोलॉजी अपनाई गई हैजिससे ज्यादा दक्षता सुनिश्चित होती हैडाउनटाइम का सामना नहीं करना पड़ता और लगभग जीरो ह्यूमन टच के माध्यम से सुरक्षा संबंधी खतरा कम होता है

·         फायर डिटेक्शन और कार्यबल द्वारा पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट के पालन पर नजर रखने के लिए वीडियो एनालिटिक्स

·         सभी अहम प्लांट ऑपरेशंस की दृश्यता सुनिश्चित करने के लिए मैन्यूफैक्चरिंग एक्जीक्यूशन सिस्टम (एमईएस) का प्रयोग किया जाता हैइससे मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से दूर से ही फैसले लेना संभव रहता हैजिससे कर्मचारियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्लांट फ्लोर पर उनकी सभी जरूरी गतिविधियां आसानी से संचालित हो पाती हैं

·         बार-बार की जाने वाली (रिपीटीटिव) प्रक्रियाओं को ऑप्टिमाइज करते हुए दक्षता बढ़ाने के लिए रोबोटिक्स प्रोसेस ऑटोमेशन (आरपीए) का प्रयोग किया जा रहा है

·         कार्यबल एवं एसेट्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बाल्को ने एक शानदार सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (सीएसओसी) तैयार किया हैजिसमें इंटेलीजेंस कलेक्शन के साथ-साथ कई आधुनिकतम टेक्नोलॉजी जैसे किसी घटना का पता लगाने व जमीनी स्तर पर सुरक्षा संसाधनों के प्रभावी प्रबंधन के लिए आधुनिकतम सिक्योरिटी एनालिटिक्स शामिल हैं

·         वेदांता के स्पार्क इनीशिएटिव के माध्यम से कंपनी कर्मचारियों की सुरक्षा एवं उनके कल्याण के साथ-साथ विभिन्न बिजनेस सॉल्यूशन के लिए उभरती टेक्नोलॉजी पर कई स्टार्ट अप्स के साथ काम कर रही है

·         प्लांट के अंदर और टाउनशिप परिसर में लोगों की आवाजाही पर सख्त निगरानी के लिए सेंटिनल’ डिजिटल एप्लीकेशन और ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है

·         सुरक्षा मानकों और विभिन्न रिस्क साइट्स पर नजर रखने के लिए कई इनहाउस वेब एवं मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किए गए हैं