रायपुर - कृषि विश्वविद्यालय में पहली बार ऑनलाईन वेबीनार संपन्न

कृषि विश्वविद्यालय में पहली बार ऑनलाईन वेबीनार संपन्न


कोविद-19 संकट में कृषि विश्वविद्यालय में पहली बार ई-संसाधनों पर वेबीनार -डॉ. पाटील

रायपुर, 21 मई , इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर और इनफारमेटिक्स, बेंगलुरू के संयुक्त तत्वावधान में जे.गेट सेरा (कर्सोटिया फॉर ई रिसोसिस इन एग्रीकल्चर) विषय पर बेवीनार का आयोजन किया गया, जिसके मुख्य अतिथि के रूप  मे उद्गार व्यक्त करते हुये ंइंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एक.के.पाटील ने कहा कि छात्रों की प्रतिभा को निखारने के लिए ई-पुस्तकें, ई-संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं , जिसमें कर्सोरटिया फार ई-रिर्सोसेस इन एग्रीकल्चर का महत्वपूर्ण योगदान है । उन्होंने आगे कहा कि तालाबंदी (लॉक डाउन)  के दौरान ई-लर्निग पोर्टल से सूचनाओं का उपयोग किया जा सकता है।  जिसके लिए विश्वविद्यालय छात्रों को लगातार ई- संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं, जिसमे यहां कि पुस्तकालय की भूमिका प्रमुख हैं । कुलपति डॉ. पाटील ने आगे कहा कि सेरा के सर्वाधिक उपयोग के लिए निरंतर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को पुरस्कार  मिल रहे है। 

 



वेबीनार के प्रारंभ में स्वागत भाषण पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. माधव पाण्डेय ने दिया । भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (ICAR) नई दिल्ली के सेरा प्रमुख एवं व्यवसाय प्रबंधक श्री एस. के. जोशी ने कहा कि आई. सी. ए. आर. द्धारा तालाबंदी के दौरान छात्रों को ई-संसाधन लगातार उपलब्ध कराये जा रहे है । इसके लिए आई. सी. ए. आर. ने ई-संसाधन के उपयोग के लिए ऑनलाईन पोर्टल कर्सोरटिया, कृषि कोष तथा ऑनलाईन यूनियन केटलॉग (आईडल) उपलब्ध कराये जा रहे है भा.कृ.अनु. प्र. निरंतर वित्तीय मदद दे रहा है ।


इन्फारमेटिक्स, बेंगलुरू  के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय ग्रोवर ने बताया कि लगभग 152 कृषि संस्थान एवं विश्वविद्यालयों को सेरा की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है । सेरा के बारे में नई जानकारी कृषि पुस्तकालय संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर के वीरंजनुलू ने बताया कि सेरा के अलावा अन्य महत्वपूर्ण कृषि डाटा बेस उपलब्ध कराये जा रहे हैं ।


एसोसिएशन ऑफ  एग्रीकल्चर लाइब्रेरियन एंड डॉक्यूमेंटलिस्टस ऑफ इंडिया और लाइब्रेरियन, एनआईटी वारंगल के पुस्तकलयाध्यक्ष वीरनुलु ने सभी प्रतिभागियों को एक जानकारीपूर्ण भाषण के साथ संबोधित किया । उन्होंने सीएबीआई डेटाबेस के बारे में बताया जो किसी व्यक्ति के शोध कार्य का प्रबंधित करने के लिए कृषि डेटाबेस और अन्य लाइब्रेरी संसाधनों और रिसर्च गेट के उपयोग का समृद्ध श्रोत हैं । वेबिनार के रिसोर्स पर्सन श्री एम.एन. सरकार द्धारा फॉलो की गई ने सीईआरए की नई विशेषताओं और कार्यक्षमताओं के बारे में बहुत ही गहन और ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी और प्रतिभागियों को कुछ ही क्लिक में फुलटेक्स्ट और अनुरोध आधारित वांछित जानकारी प्रापत करने के तरीक के बारे में बताया ।


इस वेबिनार में विश्वविद्यालय के निदेशकों, प्रोफेसरों, साइंटिस्ट्स, लाइब्रेरियन और छात्रों सहित देश के विभिन्न संस्थानों के 125 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और इस महत्वपूर्ण परिस्थितियों में सभी प्रतिभागियों ने वेबिनार का महत्व दिखाया । अंत मे सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष मोनिका शर्मा ने आभार व्यक्त किया ।


अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
डॉ माधव पाण्डेय, 94242 13854

 


Above Business Release Sourced by Citiesbazar through
VISHALMEDIA (P.R.Agency), Mobile 098266-23100, Email- pr@vishalmedia.com

 

For Article posting in National Cities Bazar at  www.ncbindia.page pl email details at info@citiesbazar.com , for english article will be posting at www.citiesbazar.com