Vedanta Aluminium- जैव विविधता संरक्षण की दिशा में वेदांता एल्युमीनियम ने तेज किए प्रयास

 जैव विविधता संरक्षण की दिशा में वेदांता एल्युमीनियम ने तेज किए प्रयास

अपने संयंत्रों के नजदीकी क्षेत्रों में स्थानीय प्रजाति के पक्षियों के सरंक्षण से जुड़ी परियोजनाओं पर दिया जोर

अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के मौके पर देश के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम ने अपने सस्टेनेबल डेवलपमेंट एजेंडा के तहत छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा में अपने परिचालन वाले क्षेत्रों में जैव विविधता को संरक्षित करने की दिशा में प्रयासों को तेज करने का एलान किया। कंपनी ने स्थानीय प्रजाति के पक्षियों के संरक्षण की परियोजनाओं पर जोर दिया हैजिनमें अपने संयंत्रों के अंदर और टाउनशिप मेंउनके लिए बर्ड हाउस बनानाकृत्रिम घोंसले बनानाऔर उनके लिए पानी की व्यवस्था करने जैसे कार्य शामिल हैं। इस प्रयास को और बढ़ाते हुए इसकी कारोबारी इकाइयां फलों के बागान और औषधीय गुणों वाले पौधों के बगीचेबटरफ्लाई पार्क स्थापित करने समेत कई अन्य गतिविधियां कर रही हैं। इस मौके पर वेदांता एल्युमीनियम के कर्मचारियों ने स्थानीय जल स्रोतों एवं सामुदायिक तालाबों को साफ करने के लिए अपना सालाना स्वैच्छिक अभियान भी शुरू किया।



कोरबा (छत्तीसगढ़) में वेदांता की सब्सिडियरी बाल्को के परिचालन क्षेत्र में भी समृद्ध जीवों एवं वनस्पतियों की प्रजातियां हैं। यहां वनस्पतियों की 20 से ज्यादातितलियों की 30 प्रजातियांइंवर्टब्रेट्स की 11 प्रजातियांपक्षियों की 72 प्रजातियां और स्तनधारियों की 18 प्रजातियां हैं। ओडिशा के कालाहांडी जिले में लांजीगढ़ में वेदांता एल्युमीनियम का संयंत्र एक समृद्ध जैव विविधता वाले क्षेत्र में है।

यहां 380 से ज्यादा जीवों एवं 940 से ज्यादा वनस्पतियों की प्रजातियां हैंजिन्हें कोर (प्लांट एरिया के अंदर) और बफर जोन (प्लांट के 10 किलोमीटर का क्षेत्र) में पाया गया है। इनमें स्थानीय एवं माइग्रेट कर आने वाले पक्षीसरीसृपस्तनधारीउभयलिंगीजीवमैक्रोफाइट (बड़े जलीय जीव)औषधीय पौधे व अन्य शामिल हैं। इस क्षेत्र में जीवों व वनस्पतियों की 26 ऐसी प्रजातियां भी हैंजिन्हें इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) द्वारा संरक्षित की श्रेणी में चिह्नित किया गया है। इसी तरहझारसुगुड़ा (ओडिशा) स्थित वेदांता एल्युमीनियम के परिचालन क्षेत्र में पेड़ों एवं पौधों की करीब 30 स्थानीय प्रजातियां पाई जाती हैंसाथ ही कुछ शेड्यूल 1 जीवों की प्रजातियां जैसे हाथीस्लॉथ बीयरइंडियन रॉक पाइथनकॉमन इंडियन मॉनिटर और पी फाउल भी इस क्षेत्र में पाए जाते हैं।

जैव विविधता को पोषित करना सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए ईएसजी (एनवायरमेंटसोशलगवर्नेंस) एक्सीलेंस की दिशा में वेदांता एल्युमीनियम के प्रयासों का अहम स्तंभ है। एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी में जल संरक्षणकचरा प्रबंधनवायु गुणवत्ता नियंत्रण और क्लाइमेट एक्शन शामिल हैं। इस दिशा में कंपनी ने सालाना पौधारोपण अभियानगर्मियों में तालाबों व अन्य स्थानीय जल स्रोतों की सफाई के अभियान भी चलाती हैजिससे मानसून में इन्हें रिचार्ज किया जा सके। साथ ही खनन किए गए क्षेत्रों में पुनर्वास की दिशा में तथा वाटर पॉजिटिविटी व कार्बन न्यूट्रलिटी की दिशा में भी कंपनी काम कर रही है।

जैव विविधता संरक्षण की दिशा में कंपनी के प्रयासों पर वेदांता लिमिटेड के सीईओ-एल्युमीनियम बिजनेस श्री राहुल शर्मा ने कहा,वेदांता एल्युमीनियम में हम अपने परिचालन वाले क्षेत्रों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के अनुरूप बायो डायवर्सिटी पॉलिसी एवं मैनेजमेंट स्टैंडर्ड के माध्यम से इकोसिस्टम को पोषित करने की दिशा में प्रयासरत हैं। हमारे प्रत्येक संयंत्र में बायो डायवर्सिटी मैनेजमेंट प्लान विकसित किया गया हैऔर वहां के अनूठे इकोसिस्टम को संरक्षित करनेऔर जीवों व वनस्पतियों को संरक्षित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। पक्षियों के संरक्षण से शुरुआत करते हुए आज हम कई रोचक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इन सबके साथ हमारा लक्ष्य अपने परिचालन वाले क्षेत्रों में जैव विविधता को समृद्ध करना है।

वेदांता एल्युमीनियम के जैव विविधता प्रबंधन के प्रयासों को प्रमाणित करते हुए 2019 में छत्तीसगढ़ स्थित बोडाई डलडली बॉक्साइट माइन को रेस्पॉन्सिबल माइनिंग इंडेक्स फाउंडेशन द्वारा सस्टेनेबिलिटी की दिशा में कार्य करने वाली दुनिया की 180 माइंस में से टॉप 6 में शामिल किया गया था। कंपनी ने खनन कर लिए गए क्षेत्रों में लाखों स्थानीय एवं फलों वाले पेड़ लगाए हैंग्राउंडवाटर रिचार्ज के लिए तालाब एवं वाटर रिजर्वायर बनाए हैंऔर बहाव को रोकने के लिए चेक डैम बनाए हैं। तभी से इस क्षेत्र को कई पक्षियों की प्रजातियोंसरीसृपोंउभयलिंगी जीवोंस्तनधारियों व तितलियों के लिए जाना जााता है।

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमीनियम भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक है। वित्तवर्ष 2021-22में22.6 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमीनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य वर्धित एल्युमीनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी हैइन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्युमीनियम को एल्युमीनियम इंडस्ट्री में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2021 में 4thरैंकिंग मिली है। देशभर में अपने विश्वस्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर्सएलुमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी एक हरित कल के लिए विभिन्न कार्यों में एल्युमीनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे 'मेटल ऑफ द फ्यूचरके रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है