एसएसआई मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा
( पहले चरण में तय करेगा 1500 किलोमीटर की दूरी )
जुलाई, 2025 - भारत के पहले और एकमात्र स्वदेश में विकसित सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम एसएसआई मंत्रा के निर्माता एसएस इनोवेशन्स ने आज गुरूग्राम स्थित अपने मुख्यालय से एसएसआई मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रोडशो का उद्घाटन हरियाणा सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नारबीर सिंह ने किया। एसएसआई मंत्रा एम सर्जिकल रोबोट यात्रा के साथ भारत ने हेल्थकेयर में एक बदलावकारी यात्रा की शुरूआत की है, जिसके तहत पहली मोबाइल रोबोटिक सर्जरी ट्रेनिंग एवं डेमोन्स्ट्रेशन युनिट का अनावरण भी किया गया। यह आधुनिक ‘टेलीसर्जरी-ऑन-व्हील्स’ पहल आधुनिक सर्जिकल टेक्नोलॉजी एवं कौशल निर्माण के अवसरों को सीधे देश के अस्पतालों और हेल्थकेयर पेशेवरों तक लेकर आई है।
स्वदेश में विकसित यह युनिट रियल-टाईम कोलाबोरेशन को सक्षम बनाती है तथा एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के आधुनिक फीचर्स एवं क्षमताओं का प्रदर्शन करती है। लाईव सिमुलेशन्स, इंटरैक्टिव ट्रेनिंग मोड्यूल्स एवं गाइडेड डेमो के जरिये यह सर्जन, मेडिकल के छात्रों एवं हेल्थकेयर पेशेवरों को प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करती है। यह पहल भारत में रोबोटिक सर्जरी के बारे में जागरुकता और स्वीकार्यता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है- खासतौर पर आधुनिक सर्जिकल टेक्नोलॉजी को टियर 2 एवं टियर 3 शहरों में अधिक सुलभ बनाएगा।मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा की शुरूआत पर बात करते हुए डॉ सुधीर श्रीवास्तव, संस्थापक चेयरमैन एवं सीईओ, एसएस इनोवेशन्स ने कहा, ‘‘एसएसआई मंत्रा एम एक मोबाइल रोबोटिक ट्रेनिंग एवं डेमोन्स्ट्रेशन युनिट से कहीं बढक़र है, यह विश्वस्तरीय सर्जिकल शिक्षा एवं इनोवेशन को सुलभ बनाने का एक राष्ट्रीय आंदोलन है।
राव नारबीर सिंह, माननीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री, हरियाणा सरकार ने कहा, ‘‘हमारे लिए गर्व की बात है कि एसएस इनोवेशन्स हरियाणा की कंपनी है। एसएसआई मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा हमारे देश के तकनीकी एवं मेडिकल इनोवेशन का बेहतरीन उदाहरण है। इस पहल से न सिर्फ देश में हेल्थकेयर डिलीवरी के मानक बेहतर होंगे बल्कि टियर 2 एवं टियर 3 शहरों के डॉक्टर एवं मेडिकल संस्थान आधुनिक टूल्स एवं प्रशिक्षण के साथ सशक्त बनेंगे। मैं एसएस इनोवेशन्स के दूरदृष्टा प्रयासों के लिए उनकी सराहना करना चाहूंगा जिन्होंने आधुनिक सर्जिकल केयर को अधिक सुलभ बनाकर भारत को दुनिया के मानचित्र पर हेल्थकेयर इनोवेशन के हब के रूप में स्थापित किया है।
1500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए यात्रा का पहला चरण राजस्थान में 500 से अधिक डॉक्टरों को प्रशिक्षण एवं लर्निंग के अवसर प्रदान करेगा।
भारतबेंज 1824 चेसीज पर निर्मित एसएसआई मंत्राएम का ग्रॉस व्हीकल वेट रेटिंग 18500 किलोग्राम है, इसकी लंबाई 11.9 मीटर, चौड़ाई 2.59 मीटर और उंचाई 3.49 मीटर है।
एसएसआई मंत्राएम की कुल लागत में तकरीबन रु 1.3 करोड़ के संरचनात्मक संशोधन शामिल है। हालांकि एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम में यह लागत शामिल नहीं है, जिसकी कीमत फीचर्स और रोबोटिक आर्म कॉन्फीगरेशन्स के आधार पर विविध है।