Vedanta वेदांता एल्युमीनियम ने भारत में सबसे बड़ा फ्लीट स्थापित किया

 वेदांता एल्युमीनियम ने भारत में सबसे बड़ा फ्लीट स्थापित किया

- ग्रीन फोर्कलिफ्ट फ्लीट के लिए महिला चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू -

भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम ने लिथियम-आयन बैट्री से संचालित 27 फोर्कलिफ्ट लगाए हैं, जो भारत में इस तरह के फोर्कलिफ्ट की सबसे बड़ी फ्लीट है। गियर (जेमिनी इक्विपमेंट एंड रेंटल्स प्राइवेट लिमिटेड) इंडिया के साथ साझेदारी में उठाए गए इस कदम से वेदांता एल्युमीनियम को अपनी इंडस्ट्रियल व्हीकल फ्लीट को डीकार्बनाइज करने की योजना की दिशा में आगे बढऩे में मदद मिलेगी। सभी 27 फोर्कलिफ्ट को पिछले महीने लाया गया था और यह फ्लीट ओडिशा के झारसुगुड़ा में वेदांता के एल्युमीनियम स्मेल्टर में अब परिचालन में है। यह चीन के बाद दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन एल्युमीनियम स्मेल्टर है। 

इस ग्रीन फ्लीट से सालाना 2.5 लाख लीटर से ज्यादा डीजल की उपभोग कम होगा , 690 टन कार्बन डाई ऑक्साइड के बराबर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होगा, रैपिड चार्जिंग के माध्यम से वर्किंग साइकिल बढ़ेगी और परिचालन की उत्पादकता भी बढ़ेगी एवं बार-बार बैट्री बदलने की परेशानी नहींहोती। इसमें पारंपरिक लेड-एसिड बैट्री से ज्यादा चलने वाली और लगभग शून्य मैंटेनेंस वाली बैट्री है, क्योंकि यह पूरी तरह से सील रहती है ।

अपने कोर मैन्यूफैक्चरिंग ऑपरेशंस में लैंगिक विविधता को बढ़ाने की दिशा में अपने प्रयासों को गति देते हुए वेदांता एल्युमीनियम इन टॉप ऑफ द लाइन फोर्कलिफ्ट के संचालन के लिए महिलाओं को नियुक्ति एवं प्रशिक्षण दे रही है। इससे पहले कंपनी छत्तीसगढ़ में बाल्को के एल्युमीनियम ऑपरेशंस के लिए फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर्स के तौर पर ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर चुकी है। 

इस इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट में आधुनिकतम ‘स्मार्ट फ्लीट मैनेजमेंट’सिस्टम का प्रयोग किया गया है, जिससे साइट पर अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित होती है। स्मार्ट फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम में आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है, जिससे इंटेलीजेंट टर्मिनल्स से मिले डाटा को इंटीग्रेट किया जाता है और वेदांता एल्युमीनियम को फोर्कलिफ्ट स्पीड, ऑपरेशन के लिए उपलब्धता, टक्कर से बचाव, परिचालन दक्षता के लिए ऑप्टिमाइजेशन एनालिसिस और इक्विपमेंट मैंटेनेंस समेत विभिन्न पहलुओं की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध होती है। साथ ही, इन इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट में फारवर्ड और रिवर्स कैमरा भी लगे हैं, जिससे ऑपरेटर के समक्ष पूरी विजिबिलिटी रहती है। इसमें रेड जोन लाइट और ब्लू स्पॉटलाइट की व्यवस्था है, जिससे फोर्कलिफ्ट के चारों तरफ सुरक्षित ऑपरेटिंग जोन बनता है और बेहतर सुरक्षा के लिए मुड़ते समय ऑटोमेटिक डिसलरेशन मैकेनिज्म भी दिया गया है। 

भारत के सबसे बड़े लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट फ्लीट को स्थापित करने के मौके पर वेदांता लिमिटेड के सीईओ-एल्युमीनियम बिजनेस श्री राहुल शर्मा ने कहा, ‘भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक के तौर पर वेदांता ग्राहकों के लिए सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाले एल्युमीनियम का उत्पादन सुनिश्चित करने के साथ ही अपने कारोबार के सस्टेनेबल डेवलपमेंट की दिशा में बढऩे के दोहरे लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है। ईएसजी (एनवारयमेंट, सोशल और गवर्नेंस) परफॉर्मेंस के क्षेत्र में श्रेष्ठता वह आधार है, जिस पर हम अपनी कारोबारी योजनाओं को आगे बढ़ाते हैं। 2050 तक नेट जीरो कार्बन की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप, हमने गियर के साथ भारत के सबसे बड़े और टेक्नोलॉजी की दृष्टि से सबसे उन्नत इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट फ्लीट को स्थापित करने का करार किया है, जो हमारी इंडस्ट्रियल व्हीलक फ्लीट को डीकार्बनाइज करने के हमारे सफर की दिशा में मजबूत कदम है। इन स्मार्ट फोर्कलिफ्ट के परिचालन के लिए महिला ड्राइवर्स को प्रशिक्षित करते हुए हम अपने कोर ऑपरेशंस में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।’