SSI Mantra-एसएसआई मंत्रा के निर्माता एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल इंक नैस्डैक में

 एसएसआई मंत्रा के निर्माता एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल इंक नैस्डैक में

 - कंपनी की यूरोप यूएस सहित विश्वस्तरीय विस्तार की योजना -

विश्वस्तरीय मंच पर भारतीय मेडिकल टेक्नोलॉजी में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए, स्वदेशी एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के निर्माता एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल को नैस्डैक पर सूचीबद्ध किया गया है। अप्रैल, 2025 से ट्रेडिंग की संभावना के साथ कंपनी के शेयर्स को टिकर सिंबल ‘एसएसआईआई’ के तहत सूचीबद्ध किया जाएगा। विदित हो कि एसएसआई मंत्रा की मदद से 3700 सर्जरियां की जा चुकी हैं, जिसमें 200 से अधिक रोबोटिक कॉर्डियक सर्जरियां शामिल हैं- इन प्रक्रियाओं में सिस्टम से जुड़ी शून्य जटिलताएं दर्ज की गई हैं।
एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल ने 31 दिसम्बर 2024 को समाप्त होने वाले वर्ष में प्रभावशाली आर्थिक विकास दर्ज किया, इस अवधि के दौरान कंपनी का राजस्व जो पिछले साल 5.9 मिलियन डॉलर था, वह 3.5 गुना बढ़ोतरी के साथ 20.6 मिलियन डॉलर के आंकड़े पर पहुंच गया। इसी तरह ग्रॉस मार्जिन भी 2023 में 12.3 फीसदी था जो बढक़र 40.9 फीसदी पर पहुंच गया। ये आंकड़े कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और मार्केट में बढ़ती मौजूदगी को दर्शाते हैं। इसके अलावा एसएस इनावेवेशन्स इंटरनेशनल ने अपने चिकित्सकीय रूप से मान्य तथा पेटेंट प्राप्त एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के साथ उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है, जिसे देश भर के 75 स्थानों पर स्थित 80 अस्पतालों में इंस्टॉल किया जा चुका है। साथ ही कंपनी नेपाल, इक्वाडोर, ग्वाटेमाला, फिलिपीन्स, इंडोनेशिया, श्रीलंका, युक्रेन सहित कई देशों में अपने फुटप्रिन्ट का विस्तार कर रही है। एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम, किफायती समाधान उपलब्ध कराकर आधुनिक रोबोटिक सर्जरी को बड़ी संख्या में मरीजों की पहुंच में लाया है। आने वाले समय में यूरोप एवं संयुक्त राज्यों में विस्तार की योजनाओं के साथ एसएसआईआई ने अपने आप को मेडिकल रोबोटिक्स के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित किया है तथा दुनिया भर में आधुनिक हेल्थकयर टेक्नोलॉजी में भारत की भूमिका को और मजबूत बना दिया है।

संस्थापक, चेयरमैन एवं सीईओ डॉ सुधीर श्रीवास्तव के अनुसार - ‘‘नैस्डैक पर सूचीबद्ध किया जाना एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल के लिए बड़ी उपलब्धि है, जो विश्वस्तरीय एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के विकास में हमारी टीम की सफलता को दर्शाती है। यह सिस्टम किफायती दाम पर सर्वोच्च गुणवत्ता की सुरक्षित एवं प्रभावी आधुनिक रोबोटिक सर्जिकल प्रक्रिया को दुनिया भर के मरीजों के लिए सुलभ बनाता है। इस ‘मेड इन इंडिया फार द वर्ल्ड’ इनोवेशन के साथ हम विश्वस्तरीय स्वास्थ्य परिवेश में भारत की मौजूदगी को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत हैं।’

‘यह अपलिस्टिंग ऐसे समय में की गई है जब हम भारत के दायरे से आगे बढक़र  दुनिया के कई देशें में अपना विस्तार कर रहे हैं। हम अपने एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के लिए ईयू सीई मार्क और यूएस एफडीए अनुमोदन प्राप्त करने की कोशिश में जुटे हैं, उम्मीद है कि 2025 के अंत और 2026 की शुरूआत तक हमें ये अनुमोदन मिल जाएंगे। हमें विश्वास है कि नैस्डैक पर सूचीबद्ध किए जाने से हमारे इस इनोवेशन के बारे में जागरुकता एवं पारदर्शिता बढ़ेगी, हमारा निवेशक आधार और शेयर लिक्विडिटी बढ़ेगी, और साथ ही हम भारत के इस इनोवेशन को विश्वस्तरीय मंच पर प्रदर्शित कर सकेंगे।’ डॉ श्रीवास्तव ने कहा।

इस सिस्टम ने सुरक्षा के बेहतरीन रिकॉर्ड प्रस्तुत किए हैं, डिवाइस से जुड़ी मृत्यु, चोट एवं जटिलताओं की दर शून्य रही है। इसके अलावा एसएस इनोवेशन्स भारत की पहली और एकमात्र कंपनी है जिसे टेलीसर्जरी एवं टेली- प्रॉक्टरिंग प्रक्रियाओं के लिए सेंट्रल ड्रग्स स्टैण्डर्ड कंट्रोल ओर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) से विनियामक अनुमोदन मिला है, जो कंपनी की विश्वस्तरीय विस्तार योजनाओं में उल्लेखनीय उपलब्धि है।

भारत के सीडीएससीओ से अनुमोदन मिलने के बाद एसएस इनोवेशन्स ने एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम का उपयोग कर 16 टेलीसर्जरियों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, जिसमें दुनिया की पहली रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी तथा उत्तर से दक्षिण भारत के बीच 2000 किलोमीटर की दूरी पर की गई ऐतिहासिक कार्डियक प्रक्रिया भी शामिल हैं। भारत में निर्मित एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोट द्वारा पावर्ड ये सर्जरियां न सिर्फ रोबोटिक एवं टेलीसर्जरी में कंपनी के नेतृत्व को दर्शाती हैं बल्कि भारत को आधुनिक मेडिकल टेक्नेलॉजी में ग्लोबल इनोवेटर के रूप में भी स्थापित करती हैं।